Friday, October 14, 2016

जूनून

हार जाने का भी अपना मज़ा है......
फिर लड़ने का हौंसला जो मिलता है...
ख्वाबों की अहमियत का पता...
सफ़र में ही चलता है...
जीने की बजहें तो हैं बहुत...
अपनी मंज़िल पाने का...
जूनून जो मिलता है....
फिर जमीं पर कुछ और ही होता है....
आसमां और समुन्दर का मिलन जो होता है...

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